हमारा पेपर और टीवी महाशातक का इंतज़ार करता ही रहा और हम इंग्लैंड से हारकर भारत भी वापस आ गए फिर से हमारी टीम ने जीतना भी शुरू कर दिया मगर हम महाशातक का ही राग अलापते रहे और इसमें हमने अपने एक महान खिलाड़ी की उपलब्धिओं की अनदेखी कर दी . इस बारे में मैं ने पहले भी अपने विचार लिखे थे
मेरा कहना है की श्री दीवार { Mr Wall } ने अपना ३६ वाँ शतक भी चुप चाप ठोक दिया इस वर्ष द्रविड़ का ५ वाँ शतक है
द्रविड़ जिसका रिकॉर्ड बोलते हैं मगर हमारा मीडिया शांत रहता है वोह स्सिर्फ़ महाशातक का राग अलाप कर हमारे बल्ले बाजों का बोझ ही बढाता है
मेरा कहना है की श्री दीवार { Mr Wall } ने अपना ३६ वाँ शतक भी चुप चाप ठोक दिया इस वर्ष द्रविड़ का ५ वाँ शतक है
द्रविड़ जिसका रिकॉर्ड बोलते हैं मगर हमारा मीडिया शांत रहता है वोह स्सिर्फ़ महाशातक का राग अलाप कर हमारे बल्ले बाजों का बोझ ही बढाता है