taab kis ko jo haal-e-'Meer' sune
haal hii aur kuchh hai majlis ka
haal hii aur kuchh hai majlis ka
सो अब ये हाल है कि कौन हमारी सुने गा शायद मीर साहेब भी कभी retire हुए होंगे तब ही ये शेर इरशाद किया होगा.
खैर अपनी तो वैसे भी लोग तब ही सुनते थे जब सरकारी जाहो-जलाल था { कुछ दोस्त और गमगुसार आज भी हैं जो उनदिनों भी साथी थे उनसे माफ़ी के साथ } लेकिन वक़्त या समय बहुत महान है अब उसकी कीमत मालूम होती है.
पता चला की पेट मैं दर्द है मगर वोह बुढापे की तरह आकर जाने का नाम नहीं लेता
फिर भी जब तमाम टेस्ट हो चुके तो मालूम हुआ की Gall Bladder मैं stone है मगर हैरत तब हुई थी जब पेट के दर्द में पहला जो टेस्ट डॉक्टर ने लिया वोह
E C G था { Ultrasound तो तीन दिन बाद लिया } में हैरान हुआ की यह कौन सा तालुक है मगर बाद में समझ में आया की ये उम्र का तालुक है उसके बाद ये फैसला हुआ की ठीक है ऑपरेशन करवा लूँगा तब दोस्तों ने बताया ये इतना आसान नहीं है ये तो डॉक्टर फैसला करेगा की आप ऑपरेशन के मुसतहिक़ हैं की नहीं.
देखा आप ने उम्र हर मोड़ पर आपको अहसास दिला रही है की बस अब बहुत हो चूका मगर ये दिल कम्बखत मानता नहीं .
मगर आदमी ने अपनी मुसीबत खुद पैदा कर ली हैं पहला तो Mirror वोह ये याद दिलाता है कि सफेदी और झुरियां बढ़ गईं फिर बाज़ार में तमाम Hair Dye जो महंदी के नाम से मौजूद हैं और तमाम दवाएँ जो झुरिओं का इलाज करती हैं और एक बार अगर आप इनके जाल में आगये तो पता ही नहीं चलता कब आप हीरो से जीरो का सफ़र पूरा कर गए और लोग ये सोचते ही रह जाते हैं कि अरे बड़ी जल्दी चले गए अभी क्या उम्र थी जबकि वोह ६५ पार कर चुके थे.
अच्छा फिर कभी .........................................................................
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